डेहरी रोहतास लाइट रेलवे का इतिहास । Dehri Rohtas Light Railway
डेहरी रोहतास लाइट रेलवे जिसे लोग संक्षिप्त रूप में डीआरएलआर (DRLR (Dehri Rohtas Light Railway)) के नाम से भी जानते है। यह एक नैरो गेज (Narrow Gauge) रेल लाइन थी जो दक्षिण बिहार में तत्कालीन जिला शाहाबाद (वर्तमान में रोहतास जिला) के डेहरी ऑन सोन में थी। इस रेल लाइन को डेहरी ऑन सोन से रोहतास के दक्षिणी क्षेत्र के तिउरा पिपराडीह तक बिछाया गया था।
Dehri Rohtas Light Railway :- डेहरी ऑन सोन से रोहतास लाइट रेलवे लाइन की शुरूआती पहल
डेहरी रोहतास लाइट रेलवे की शुरुआत 1907 में द ऑक्टेवियस स्टील एंड कंपनी ऑफ कलकत्ता द्वारा प्रोत्साहित (प्रोमोटेड) डेहरी रोहतास ट्रामवे कंपनी के रूप में हुई। Octavius Steel and Co. का गठन ब्रिटेन के एक उद्यमकर्ता Octavous द्वारा किया गया था। उन्होंने अलेक्जेंडर मैकिन्टोश के साथ साझेदारी की और 1876 में उन्होंने ऑक्टेवियस स्टील एंड कंपनी का गठन किया जो 100 से अधिक वर्षों तक चली।
वर्ष 1908 के दौरान मेसर्स ऑक्टेवियस स्टील एंड कंपनी, कलकत्ता जो कि डेहरी रोहतास ट्रामवे कंपनी के प्रोत्साहक (प्रोमोटर्स) होने वाले थे। उन्होंने बंगाल सरकार को आवेदन दिया था जिसमें यह जिक्र किया गया था कि वो तत्कालीन पूर्व भारतीय रेलवे (East Indian Railway) के डेहरी ऑन सोन से रोहतास के अकबरपुर तक ट्रामवे के लिए रेल लाइन का निर्माण करना चाहते है।
10 नवंबर 1908 को तत्कालीन बंगाल सरकार ने नियम कानून एवं दिशा निर्देश के साथ इस रेल लाइन के निर्माण की मंजूरी दे दिया। जिसके बाद 4 जून, 1909 को शाहाबाद के जिला बोर्ड एवं ऑक्टेवियस स्टील एंड कंपनी के बीच एक समझौता हुआ और डेहरी रोहतास ट्रामवे कंपनी लिमिटेड का पर्दापण हुआ और उसके बाद डेहरी रोहतास लाइट रेलवे का निर्माण शुरू किया गया।
वर्ष 1911 में डेहरी रोहतास लाइट रेलवे को शुरू कर दिया गया जिसके बाद यह रेल लाइन माल ढुलाई के साथ साथ यात्रियों की सेवा करना शुरू कर दिया था।
उस दौरान सिर्फ डेहरी ऑन सोन शहर में ही तीन मुख्य रेलवे स्टेशन हुआ करता था
सोन नदी के किनारे स्तिथ डेहरी ऑन सोन शहर औसत समुद्र तल से लगभग 99 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ है। भारतीय रेलवे के ग्रैंड कॉर्ड लाइन के गया-मुग़लसराय (अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन) रेलखंड पर डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन मौजूद है| ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड भारतीय रेलवे के सबसे महत्वपूर्ण रेलखंड में से एक है।
डेहरी रोहतास लाइट रेलवे बनने के बाद नैरो गेज पर दो रेलवे स्टेशन शहर के अंदर ही बनाया गया था जिसमें से एक रेलवे स्टेशन का नाम डेहरी ऑन सोन ही था जबकि शहर के मध्य में स्तिथ दूसरे रेलवे स्टेशन का नाम डेहरी सिटी हुआ करता था।
डेहरी ऑन सोन स्टेशन (नैरो गेज) और ग्रैंड कॉर्ड लाइन के ब्रॉड गेज पर स्तिथ डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन का कोई संपर्क नहीं था क्योंकि इन दोनों रेल लाइन को एक रोड अलग अलग बांट देती थी जिसे आप वर्तमान में स्टेशन रोड के नाम से जानते है।
16 स्टेशनों के बीच 67 किमी की सफर तय करती थी डेहरी रोहतास लाइट रेलवे
वर्ष 1911 में जब डेहरी रोहतास लाइट रेलवे की शुरुआत हुई थी तब इस नेटवर्क पर सिर्फ 10 रेलवे स्टेशन हुआ करता था उसके बाद वर्ष 1926 एक और रेलवे स्टेशन को जोड़ा गया और तब इस रेल लाइन के कारण रोहतास गढ़ किले तक का सफर आसान हो गया था।
जब रोहतास इंडस्ट्रीज़ (डालमियानगर इंडस्ट्रीज़) ने डेहरी रोहतास लाइट रेलवे का स्वामित्व लिया तब 25 किलोमीटर ट्रैक को और आगे तक जोड़ा गया था। वर्ष 1958 में इस रेल लाइन का आखिर बार विस्तार किया गया था।
अब रोहतास इंडस्ट्रीज़ द्वारा संचालित डेहरी रोहतास रेल लाइन 16 स्टेशनों के बीच 67 किलोमीटर की दूरी तय करती थी।
Dehri Rohtas Light Railway । डेहरी रोहतास लाइट रेलवे :- 16 स्टेशनों के नाम
1. डेहरी ऑन सोन
2. डेहरी सिटी
3. बडीहा शंकरपुर
4. इंद्रपुरी
5. तिलौथू
6. तिलौथू बाजार
7. तुम्बा
8. रामडिहरा
9. बंजारी
10. रोहतास (बकनौरा)
11. रोहतास गढ़ फोर्ट
12. बौलिया रोड
13. महादेवपुरी भद्रा
14. नीमहत
15. नौहट्टा रोड
16. तिउरा पिपराडीह
आगे की जानकारी के लिए डेहरी रोहतास लाइट रेलवे पार्ट-2 का इंतजार करें, बहुत जल्द हम आपके समक्ष इसके आगे का इतिहास रखेंगे।
फिलहाल यहाँ तक पढ़ने के लिए आप सभी लोगों का बहुत बहुत धन्यवाद।
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