डेहरी के त्रिवेणी बनें रोहतास जिला के टॉपर, स्टेट टॉपर्स की सूची में मिला 10वां स्थान

डेहरी के त्रिवेणी बनें रोहतास जिला के टॉपर, स्टेट टॉपर्स की सूची में मिला 10वां स्थान

बिहार बोर्ड ने बीते कल गुरुवार की दोपहर में मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार पूरे बिहार राज्य में कुल 47 होनहार छात्र छात्राओं ने टॉप-10 में अपनी जगह बनाई है। बिहार बोर्ड के इतिहास में पहली बार किसी विद्यार्थी ने 97 प्रतिशत से अधिक लाया है। इस बार की स्टेट टॉपर औरंगाबाद जिले के पटेल हाई स्कूल, दाउदनगर की छात्रा रामायणी राय है, जिन्होंने सर्वाधिक 97.40 प्रतिशत यानी 487 नंबर प्राप्त किया है।

डेहरी के लाल ने किया कमाल, 478 अंक प्राप्त कर रोहतास जिला के टॉपर बनें त्रिवेणी नारायण प्रिय

डेहरी ऑन सोन के गंगौली गांव से होनहार छात्र त्रिवेणी नारायण प्रिय ने 478 अंक प्राप्त कर रोहतास जिला के टॉपर की सूचि में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ साथ बिहार राज्य में टॉप-10 टॉपर्स की सूची में दसवें स्थान पर अपना नाम दर्ज कराने में भी कामयाब रहें है।

त्रिवेणी नारायण प्रिय के जिला टॉपर बनने की खबर से डेहरी समेत पूरे जिलेवासियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। इस बात की खबर मिलते ही गांव एवम आसपास के तमाम लोग बधाई देने के लिए उनके घर पहुंचने लगे।

रोहतास जिला के दसवीं के टॉपर त्रिवेणी नारायण प्रिय
अभय कुमार, त्रिवेणी कुमार और उनके माता पिता को बधाई देने पहुँचे डेहरी राजद के युवा नेता कुमार दीपक व लवजीत कुमार

आपको बता दें कि त्रिवेणी नारायण प्रिय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गंगौली, डेहरी के छात्र है। उनके पिता हनुमान महतो एक किसान है जो कृषि का कार्य कर अपना परिवार चलाते है और उनकी माता धर्मशीला देवी एक गृहणी है।

उनकी माताजी का कहना है कि उनका बेटा पढ़ाई लिखाई के साथ साथ कृषि कार्यों में भी परिवार की मदद करता है। जिला टॉपर त्रिवेणी नारायण ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया है।

माध्यमिक विद्यालय गंगौली, डेहरी के छात्र त्रिवेणी नारायण
उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गंगौली, डेहरी से जिला टॉपर त्रिवेणी नारायण प्रिय की तस्वीर (फाइल फोटो)

यूपीएससी की तैयारी करना चाहते है जिला टॉपर त्रिवेणी नारायण प्रिय

दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वो फिलहाल डेहरी में रहकर ही पढ़ना चाहते है और साथ ही यूपीएससी की तैयारी करेंगे। उनका लक्ष्य है कि वो यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त करें।

त्रिवेणी नारायण के बड़े भाई अभय कुमार ने भी इस बार दसवीं की परीक्षा थी। दोनों भाइयों के मार्क्स में मात्र चार अंकों का अंतर रहा। बड़े भाई अभय कुमार ने अपने छोटे भाई को बधाई दिया। हालांकि छोटे भाई त्रिवेणी नारायण का कहना है कि भले ही उनके बड़े भाई को उनसे चार अंक कम मिलें है लेकिन ज्ञान के मामले में बड़े भाई ही आगे है।

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