डेहरी तक नहीं आई पटना-सिंगरौली, सोन नगर में पटरी पर बैठकर शिव गाँधी ने किया विरोध
विभिन्न समाचार पत्रों एवं न्यूज़ पोर्टल के द्वारा यह खबर चली थी कि 1 नवंबर से पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस का परिचालन डेहरी ऑन सोन रेलवे स्टेशन से किया जाएगा। जिसके बाद विभिन्न राजनितिक दलों द्वारा इस ट्रेन को डेहरी तक वापस लाने का श्रेय लेने की होड़ मची हुई थी। काराकाट सांसद के समर्थकों ने भी इसका पूरा श्रेय सांसद महाबली सिंह को दिया था। लेकिन किसी ने भी इस खबर के सत्यापन को जरुरी नहीं समझा और श्रेय लेने की लाइन में खड़े रहें।
21 अक्टूबर को पूर्व मध्य रेलवे के नाम से एक अधिसूचना भी जारी हुई थी जिसमें यह साफ़ साफ़ लिखा हुआ था कि पटना सिंगरौली एक्सप्रेस 1 नवंबर से डेहरी ऑन सोन होते हुए चलेगी। जिसके बाद डेहरी के ट्विटर यूजर्स ने डीआरएम डीडीयू, ईसीआर, रेल मंत्रालय को टैग करते हुए धन्यवाद भी कहा था।
पूर्व मध्य रेलवे की लापरवाही से डेहरी के स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश
यदि इस लेटर में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी थी तो रेलवे ने इसपर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी? जबकि बार बार पूर्व मध्य रेलवे एवं डीआरएम डीडीयू को टैग करते हुए लोगों ने सवाल भी पूछा था। इसके बावजूद कोई जवाब नहीं आया। पूर्व मध्य रेलवे के इस रवैये से डेहरी के लोगों में काफी नाराजगी है।
आज सभी लोग यह उम्मीद कर रहें थे कि यह ट्रेन डेहरी ऑन सोन आएगी लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ कर यह ट्रेन सोन नगर से ही वापस चली गई। हालाँकि रेलवे द्वारा इस ट्रेन को डेहरी ऑन सोन तक परिचालन हेतु कोई भी आधिकारिक सुचना नहीं मिलने पर डेहरी निवासी शिव गाँधी ने सोन नगर स्टेशन पर पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस के इंजन के सामने अकेले बैठ गए और विरोध करना शुरू कर दिया।
इस बीच एका-एक रेल यात्रियों समेत रेल प्रशासन की भीड़ इकट्ठा हो गई। करीबन आधे घंटे तक यह विरोध प्रदर्शन चलता रहा जिसके बाद रेल प्रशासन ने काफी मुश्किल से समझा-बुझाकर शिव गाँधी के विरोध प्रदर्शन को शांत किया। खबरों के मुताबिक शिव गाँधी समेत दो अन्य लोगों को रेल प्रशासन द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है
हालांकि वहां मौजूद लोगों का भी मानना था कि इस ट्रेन को डेहरी ऑन तक चलाना चाहिए। इससे डेहरी अनुमंडल समेत रोहतास जिले के लोगों को काफी सहूलियत होगी। फिलहाल रेल यात्रियों को जीटी रोड पर सफर करके काफी दिक्कतों के बाद ट्रेन पकड़ना पड़ता है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आज के इस घटना-चक्र पर काराकाट सांसद की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है क्योंकि यह साफ़ है कि डेहरी के स्थानीय लोगों में इस ट्रेन के डेहरी नहीं आने से काफी ज्यादा निराशा व आक्रोश है।
पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस को डेहरी तक चलाने के लिए स्थानीय लोगों ने किया था धरना प्रदर्शन
आपको बता दें कि पूर्व मध्य रेलवे ने पिछले महीने एक अधिसूचना जारी कर 12 अक्टूबर से ट्रेन संख्या 03349/50 पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस और 03347/48 पलामू एक्सप्रेस को अलग अलग परिचालन करने का निर्णय लिया था। जिसके बाद पटना सिंगरौली एक्सप्रेस को नए समय पर परिचालन करने का निर्णय लिया गया। लेकिन इस निर्णय से डेहरी ऑन सोन के लोगों में नाराजगी थी क्योंकि इस ट्रेन को डेहरी के बजाय सोन नगर से ही इंजन बदलकर परिचालन करने का निर्णय पूर्व मध्य रेलवे द्वारा लिया गया था।
इस निर्णय के बाद डेहरी अनुमंडल के आम लोगों ने विरोध भी प्रकट किया था। यह विरोध सबसे पहले सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुआ और उसके बाद 13 अक्टूबर को डेहरी निवासी शिव गाँधी के द्वारा डेहरी स्टेशन के प्रवेश द्वार पर इसका विरोध किया गया। इस विरोध के कुछ दिन बाद ही टीम डेहरी डेहरियंस के युवाओं, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) समेत विभिन्न राजनितिक दल के सदस्यों ने साथ मिलकर 17 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक धरना प्रदर्शन किया था।
इसके बाद डेहरी स्टेशन मैनेजर को पटना सिंगरौली को वापस डेहरी से परिचालन हेतु, विभिन्न ट्रेनों के ठहराव समेत यात्री सुविधा हेतु ज्ञापन भी सौंपा गया था। जिसके बाद स्टेशन मैनेजर से आश्वाशन दिया था कि बहुत जल्द उपरोक्त मांगों को पूरा किया जाएगा।
दो दिनों के इंतजार के बाद भी पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस को लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं किया गया। इसके बाद शिव गाँधी ने डेहरी स्टेशन के मुख्य द्वार के समीप काराकाट सांसद महाबली सिंह एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का पुतला दहन भी किया गया था।
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